कुछ बन जाने में एक चुनाव है, जिसके बाद इंसान कुछ और नहीं बन पाता, मगर कुछ ना बनने में, सब कुछ बन जाने की संभावना होती है। #ShubhankarThinks
वक्त बड़ी तेजी से चल रहा है,
आपके पास दो विकल्प हैं ,
या तो ठहर कर जीवन का आनंद लो,
या फिर वक्त की चाल में चाल मिला लो|
अगर बीच का रास्ता चुना तो,
ना काम बचा पाओगे,
ना पहचान बना पाओगे|
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Kya khoob kaha hai Shubhankar!
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